फ़ूड एलर्जी में परहेज से पोषण की कमी का खतरा। Avoiding food allergies risk of nutritional deficiency. - True Gyan

फ़ूड एलर्जी में परहेज से पोषण की कमी का खतरा। Avoiding food allergies risk of nutritional deficiency.



बदलती जीवनशैली में लोगों का खानपान बदला है इसके साथ फ़ूड एलर्जी के मामले भी बढ़े है।  मगर कई बार गलत धारणा के चलते भी लोग यह मन लेते है कि वे फ़ूड एलर्जी के शिकार है। जबकि सच्चाई यह होती है कि अक्सर वह एक ऐसी स्थिति में होते है, जिसका आसानी से निदान और उपचार किया जा सकता है। 

अभी के अध्ययन के मुताबिक जिसे लोग फ़ूड एलर्जी मानकर बैठे होते है, दरअसल वह कुछ और ही समस्या हो सकती है। ग्लासगो कैलेडोनियन विश्वविद्यालय में हुए एक अध्ययन के अनुसार 35 प्रतिशत तक लोग खुद को या अपने बच्चों में गलत धारणा के चलते फ़ूड एलर्जी या फ़ूड इन्टॉलरेंस मान बैठते है और गलत तरीके से इसका निदान करते है। 


पोषक तत्वों से दूर :-

बिना जाँच रिपोर्ट और डर से खाना पीना नहीं छोड़ना चाहिए। इसमें की गयी जल्दबाजी शरीर को कई तरह के जरुरी पोषक तत्वों से दूर कर देती है जिससे शरीर कमजोर होता है। जिस भी खाद्य पदार्थ के प्रयोग से गंभीर समस्या हो रही है तो डॉक्टर सलाह पर ही छोड़ें। 



स्किन टेस्ट और आईजीई ब्लड टेस्ट :-

वर्तमान में उपलब्ध एकमात्र साक्ष्याधारित एलर्जी परिक्षण आयीजीई है। यह स्किन प्रिक टेस्ट और आईजीई ब्लड टेस्ट होते है, इसमें एलर्जन को बॉडी पर टच करते है। 


खाने के बाद लक्षण मतलब फ़ूड एलर्जी :-

अक्सर लोग यह सोचते है की कोई फ़ूड आइटम खाने के बाद उनमे लक्षण नजर आए है, इसलिए यह फ़ूड एलर्जी है। मगर ऐसा जरुरी नहीं है। भोजन के प्रतिकूल प्रतिक्रिया की कई वजह हो सकती है और यह सभी लक्षण खाद्य अतिसंवेदनशीलता के तहत आते है। 

दरअसल फ़ूड एलर्जी में ऐसी प्रतिक्रियाएं होती है, जिनमें प्रतिरक्षा प्रणाली शामिल होती है। एलर्जी प्रतिक्रयाएं जिनमे एंटीबॉडी इम्युनोग्लोबुलिन - ई शामिल है।

 

ऑनलाइन एलर्जी टेस्ट करना :-

कुछ लोग इसका समाधान ऑनलाइन के जरिये तलाशने लगते है या लक्षण आने पर केमिस्ट के चले जाते है। इसके बाद सम्बंधित फ़ूड आइटम की लम्बी सीरीज से उनका परहेज शुरू हो जाता है। 

इनके चक्कर में खुद की कई फ़ूड आइटम का सेवन बंद कर देना अनुचित है। प्रमुख शोधकर्ता मैरियन कनिंघम का कहना है कि इससे न केवल पोषण की कमी का जोखिम बढ़ता है, बल्कि एंजाइटी होने लगती है। 


खाने से दूर एक्जिमा से बचाएग :-

एक्जिमा से बचने के लिए सिर्फ खाना जिम्मेदार नहीं होता, पर्यावरणीय प्रभाव भी पड़ता है। इसके चक्कर में यह पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि खाने से दुरी बनाने पर क्या वास्तव में मदद मिल रही है। शोधकर्ताओं का कहना है कि एक्जिमा वाले कुछ लोगों को गंभीर आईजीई फ़ूड एलर्जी के कारण कुछ खाद्य पदार्थो से बचने की जरुरत हो सकती है। मगर खाने में किसी भी बदलाव या प्रतिबन्ध से पहले डॉक्टरी परामर्श जरुरी है।