जल्दी बूढ़ा बना सकता है तम्बाकू के धुएं का संपर्क | DhumraPan Bchcho Ke Najadik Na Kre - True Gyan

जल्दी बूढ़ा बना सकता है तम्बाकू के धुएं का संपर्क | DhumraPan Bchcho Ke Najadik Na Kre



धूम्रपान सेहत के लिए हर लिहाज से नुकसानदेह है। यह न सिर्फ धूम्रपान करने वालों  खतरा है, बल्कि आसपास के लोगों की जिंदगी भी खतरे में डालता है। स्पेन के शोधकर्तों ने दावा किया है कि प्रारंभिक जीवन में तम्बाकू के धुएं के सम्पर्क में आने से जैविक उम्र तेजी से बढ़ती है। मतलब लोग बुढ़ापे की ओर जल्दी जाते है। 


Environment International Journal में प्रकाशित है। त्वरित जैविक बुढ़ापा गर्भवस्था और बचपन के दौरान तम्बाकू के धुएं के संपर्क में आने के साथ - साथ घर के अंदर होने वाले ब्लैक कार्बन के संपर्क से भी जुड़ा पाया गया है। 


अध्ययन से यह पता चला कि गर्भावस्था और प्रारंभिक बचपन के दौरान धूम्रपान या अप्रत्यक्ष रूप से इसका संपर्क घातक है। इसमें सामने आया कि बच्चे सप्ताह में अगर 10 घंटे धुएं के संपर्क में रहते है, तो दिल की बीमारी का खतरा 27 फीसदी तक बढ़ता है। 


वही ब्रेनस्टोक (Brainstock) का 23 फीसदी और फेफड़ों से जुड़ी बीमारी का खतरा 43 फीसदी तक बढ़ जाता है।


Passive Smoking (पैसिव स्मोकिंग ) :-

पैसिव स्मोकिंग वह है, जिसमें व्यक्ति खुद धूम्रपान नहीं करता, लेकिन आसपास धूम्रपान करने वालों से प्रभावित होता है। इससे जैविक उम्र बढ़ने की प्रक्रिया तेज हो सकती है। उम्र में होने वाले इजाफे को दरअसल एपिजेनेटिक घड़ियों से मापते है, जो एक जैव रासायनिक परिक्षण होता है। 


यह किसी व्यक्ति की जैविक उम्र में इजाफे का अनुमान लगाने के लिए जीनोम के कुछ क्षेत्रों में DNA मिथाइलेशन के स्तर का उपयोग करती है। 


गर्भ में पल रहे शिशु को सबसे ज्यादा खतरा :-

शोधकर्तों ने पहली बार प्रारंभिक जीवन में धुएं और पर्यावरणीय संपर्क और छह से 11 साल की आयु के 1,173 बच्चों की जैविक आयु में इजाफे के बीच सम्बन्ध की जाँच की। टीम ने पाया कि गर्भावस्था के दौरान माताओं के तम्बाकू के धुएं के संपर्क में आने से एपिजेनेटिक उम्र बढ़ने में तेजी आती है। 


आप सभी को इतना ध्यान रखना होगा कि किसी बच्चे या गर्भवती औरत के पास धूम्रपान न करे इससे Brainstock , दिल से जुड़ी बीमारी और फेफड़े से जुड़ी बीमारी हो सकती है।